माँ......
*एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के लिये निकला आसमान में बादल थे...लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...📚💭इसलिए*
*सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते में ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!*
*घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक नही सकते थे...??"*
*बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े हो जाते ...??* *"पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!!* *जनाब को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"*
... *इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ बोली* -: *"ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!* *"'माँ' तो 'माँ' होती है*
*सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते में ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!*
*घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक नही सकते थे...??"*
*बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े हो जाते ...??* *"पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!!* *जनाब को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"*
... *इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ बोली* -: *"ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!* *"'माँ' तो 'माँ' होती है*